शुभ दीपावली
दिवाली है रोशनी का
त्यौहार,
मिलते हैं जिसमें बहुत
सारे उपहार।
प्रतीक है यह बुराई पर सच्चाई की जीत का,
प्रतीक है यह बुराई पर सच्चाई की जीत का,
सबूत है यह सदियों से चली
आ रही रीत का|
हर तरफ होती है चमक और
रोशनी,
मिलती है मिठाइयाँ अलग-अलग सामग्रियों की|
देश के हर हिस्से में मनाया जाता है यह त्यौहार,
दिवाली भी भरती है
रिश्तों में मिठास और प्यार|
अनेक बातियों से दीये जलाये जातें हैं,
रंगोली से सभी घर सजाये
जातें हैं|
रोशनी का यह त्यौहार दिल
में रौनक भर देता है,
हर कोई इस दिन शुभ ही शुभ
कहता है|
माना अलग है दिवाली मनाने का तरीका इस बार,
क्योंकि लटकी है हमारे सर
पर कोरोना की तलवार|
दिवाली इस बार भी हम पूरी धूमधाम से मनाएंगे,
उम्मीद की किरण दिखाकर
फिर से जीना सिखाएंगे|
'प्रीत' की ओर से तरफ से आपको दिवाली की शुभकामनाएं,
प्रभु श्री राम की कृपा
से हर संकट जल्दी दूर हो जाए
कवयित्री: दिनांक:
चैताली दी. सिन्हा १४ नवंबर, २०२०
Wish you happy Diwali and nice poem... All the best for future...
ReplyDeleteVery good chaitali
ReplyDeleteNice poem.
ReplyDeleteJay shree Ram.
Nice poem.
ReplyDeleteJay shree Ram.
Nice poem.
ReplyDeleteJay shree Ram.
Good
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteHappy Diwali and once again congratulations for beautiful writing work💐🎊🎉😊
ReplyDeleteKeep it up 😉